Saturday, 20 February 2016

"May be ....."

"May be ....."

Remember you
To feel being alive .
There is still something
Running inside me
Day and night
24*7


In spite of everything
the love, pain, game, cry, threat, grief, believe
knowing everything,

That I want to feel the wind again....
To know real me,
To find my real face.
May be a better version of mine,
May be something divine.
May be ray of light ,
May be a path.
May be a stranger,
soaked in the rain,
Will walk into my life again...

Look i can smile now
wearing it all day long
i know it's fake but
true to the people around
they don't want real me
what I have been
or what would I be

May be in this life or 
May be some other time......

~Shaurya Shanker

Friday, 19 February 2016

उम्मीद सा पड़ गया है....





सब ज़हरीला है आस पास ,
शायद "मंथन " सा चल रहा है कुछ।

कुछ उफ़ान सा उठ रहा है दिल में ,
अस्तित्व की पहचान सा है कुछ।।

कुछ तूफ़ान सा दौड़ रहा है रग मैं ,
पर चेहरे पे मुस्कान सा है कुछ।

अंधकार सा बह रहा है चहु-ओर ,
ठहर, आँखों में "उम्मीद" सा पड़ गया है कुछ।।



~ शौर्य शंकर

जला रात भर....




जला रात भर
याद में दिल
इश्क़ मेरा चिराग़ हो गया।


आगोश में आँख के
सोए ख़्वाबों ने
पलकों पे काजल जना है।



~ शौर्य शङ्कर 

"शौर्य ....."



तेरी ललकार सुन उठ गया हूँ फिर
देख ज़ख़्मी हूँ ,
पर हारा नहीं हूँ मैं ।

मैं भी कुछ कम ज़िद्दी नहीं ,
आ, हो जाए दो-दो हाथ,
अकेला ही काफी हूँ मैं ।।

आख़री सांस तक दूंगा तुझे टक्कर ,
माँ तिरंगे का बेटा,
बड़ा दुलारा हूँ मैं ।

जा दिया तुझे ये शरीर मैंने अपना,
मिटाओगे मेरा " शौर्य " कैसे,
हवा हूँ , पानी हूँ , धूप हूँ, ज़र्रा-ज़र्रा हूँ मैं।।
~शौर्य शंकर