Friday, 19 February 2016

जला रात भर....




जला रात भर
याद में दिल
इश्क़ मेरा चिराग़ हो गया।


आगोश में आँख के
सोए ख़्वाबों ने
पलकों पे काजल जना है।



~ शौर्य शङ्कर 

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