Thursday, 15 May 2014

जबसे .....



जबसे तेरा नाम सुना है 
सुबह-शाम 
जपने लगा हूँ 

जबसे तेरा दीदार किया है 
ख़ुद पे ऐतबार 
करने लगा हूँ 

जबसे तेरा इश्क़ चखा है 
रात-दिन मदहोश 
रहने लगा हूँ 



~शौर्य शंकर 

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