चलो आज एक वादा करें,
हमेशा खुश रहने की,
चाहे परिस्थितियां हों कुरूप,
हम सदा ही मुस्कुरायेंगे।
चाहे दिन हो या रात,
हम दूर हों या पास,
अकेले हों या सबके साथ,
हम सदा ही मुस्कुरायेंगे।
कोई थक जाये, तो अपना हाथ थमाएंगे,
कोई गिरे, तो हम उसे उठाएंगे,
हर एक डर को, दिल से खदेड़ भगायेंगे,
हम सदा ही मुस्कुरायेंगे।
दुःख की रात में चल कर,
सुख का सूरज पाएंगे,
पर्वत चीर अब तो, राह बनायेंगे,
हम सदा ही मुस्कुरायेंगे।
एक-एक दुःख के ईंटों में,
मेहनत का गारा लगायेंगे,
तब सपनों का महल बनायेंगे,
हम सदा ही मुस्कुरायेंगे।
हमेशा खुश रहने की,
चाहे परिस्थितियां हों कुरूप,
हम सदा ही मुस्कुरायेंगे।
चाहे दिन हो या रात,
हम दूर हों या पास,
अकेले हों या सबके साथ,
हम सदा ही मुस्कुरायेंगे।
कोई थक जाये, तो अपना हाथ थमाएंगे,
कोई गिरे, तो हम उसे उठाएंगे,
हर एक डर को, दिल से खदेड़ भगायेंगे,
हम सदा ही मुस्कुरायेंगे।
दुःख की रात में चल कर,
सुख का सूरज पाएंगे,
पर्वत चीर अब तो, राह बनायेंगे,
हम सदा ही मुस्कुरायेंगे।
एक-एक दुःख के ईंटों में,
मेहनत का गारा लगायेंगे,
तब सपनों का महल बनायेंगे,
हम सदा ही मुस्कुरायेंगे।
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