कई दिनों से तलब लगी है,
कुछ ग्राम सुकून है क्या?
हर बाज़ार, दूकानों, ठेले,
पटरी वाले से पूँछ चुका हूँ।
किसी के पास नहीं है,
मैं क्या करूँ कहाँ जाऊं।
अरे कोई तो बता दो,
कोई तो मदद करो मेरी।
कब से भटक रहा हूँ,
यारों हाथ जोड़ता हूँ।
कैसे लोग हैं इस शहर के,
कुछ भी सुनते ही नहीं।
अपनी ही धुन में,
चले जा रहे है बुत बने।
सुना है Online सब मिल जाता है,
आज-कल यहाँ।
तो क्या "Myntra या OLX" पे,
सुकून भी मिल जायेगा?
---शौर्य शंकर
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