तेरी आँखों के जूठे कुछ आँसू,
मैं आज पी गया हूँ।
तेरी हसीन लबों के पंखुड़ियों को,
तेरी हसीन लबों के पंखुड़ियों को,
मैं आज चख गया हूँ।
तेरी माथे की बिंदी को चाँद तारों से,
तेरी माथे की बिंदी को चाँद तारों से,
मैं आज सजा गया हूँ।
तेरी चूड़ियों के रंग में इन्द्रधनुष,
तेरी चूड़ियों के रंग में इन्द्रधनुष,
मैं आज घोल गया हूँ।
तेरी नूर के गुलाल की महक में,
तेरी नूर के गुलाल की महक में,
मैं आज बेशुध हो गया हूँ।
तेरी ख्वाबों की डाली पे एक झूला,
तेरी ख्वाबों की डाली पे एक झूला,
मैं आज छोड़ गया हूँ।
तेरी नब्ज़ में दौड़ते हर कतरे में,
तेरी नब्ज़ में दौड़ते हर कतरे में,
मैं आज रच-बस गया हूँ।
तेरी इश्क की परछाई में बेफिक्र होके थोड़ी देर,
तेरी इश्क की परछाई में बेफिक्र होके थोड़ी देर,
मैं आज सोने चला हूँ।
--- शौर्य शंकर
No comments:
Post a Comment